मेडिकल स्टोर कैसे शुरू करें? लाइसेंस, एवं अन्य ज़रूरी जानकारी यहाँ जानें
मेडिकल स्टोर शुरू करना आसान है या नहीं और कौनसी कागज़ी कार्यवाही लगती है इस बिज़नेस को शुरू करने में, इस लेख में जानें पूरी जानकारी।
आज के दौर में हम सभी अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित रहते हैं। मौसम जिस तरह से बदलते जा रहे हैं धीरे-धीरे हमारे शरीर को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं, हमें हर थोड़े दिन में या तो डॉक्टर के पास या छोटे-मोठे बुखार या सर्दी-खांसी के लिए मेडिकल की तरफ दौड़ना पड़ता है।
मेडिकल स्टोर बिजनेस सबसे सदाबहार बिज़नेस है, क्योंकि इस बिज़नेस को महंगाई या दुनिया की किसी भी चीज़ से कोई फर्क नहीं पड़ता। बड़े-बड़े अस्पतालों की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे भारत में स्वास्थ्य सेवा और फार्मेसी इंडस्ट्री भी आगे जा रही है। कम जगह और कम लागत लगाने वाले लोग जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं उनके लिए मेडिकल शॉप शुरू करना सबसे सही रास्ता है।
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मेडिकल वालों की एक छोटी सी गलतियों का नुकसान आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है इसलिए मेडिकल स्टोर्स को अपना मेडिकल शुरू करने और दवाओं की बिक्री शुरू करने से पहले बहुत सी कानूनी रजिस्ट्रेशन करवाने होते हैं और उन मेडिकल को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने की आवश्यकता होती है।
इस लेख में हम आपको बताएँगे की वो कौनसे कदम हैं जिनका पालन करने से आप एक मेडिकल शुरू कर सकते हो, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।
मेडिकल स्टोर क्या होता है?
मेडिकल शॉप तो आप देखे ही होंगे और जानते भी होंगे की वहां क्या-क्या मिलता है। लेकिन अगर हम परिभाषा की बात करें तो बहुत से लोगों की मेडिकल शॉप क्या होती है इसकी परिभाषा नहीं पता होगी, हम इस लेख में आपको आगे बताएँगे की मेडिकल स्टोर क्या होता है।
मेडिकल सामान्यतः ऐसी दुकानें होती हैं जहाँ आपको दवाइयां, डॉक्टर या विशेषज्ञ द्वारा लिखे हुए ड्रग्स, कॉस्मेटिक्स आइटम्स, अन्य छोटी-बड़ी स्वास्थ्य व् शरीर की ज़रूरतों से जुड़ी चीज़ें आपको आसानी से मिल जाती हैं।
मेडिकल स्टोर के मुख्य प्रकार
आपने अक्सर सुना होगा मेडिकल शॉप या फार्मेसी लेकिन क्या आपको पता है इसके भी प्रकार होते हैं। जी हाँ, मेडिकल शॉप के प्रकार भी होते हैं। नीचे पढ़िए मेडिकल शॉप के प्रकार की पूरी लिस्ट और जानकारी।
हॉस्पिटल फार्मेसी
इस प्रकार के मेडिकल हॉस्पिटल के अंदर ही मौजूद होते हैं और हॉस्पिटल के मरीजों की दवाइयों या अन्य चीज़ों की ज़रूरत को पूरा करने के लिए शुरू किया जाता है इसलिए इस प्रकार के मेडिकल केवल अस्पताल में चिकित्सा जरूरतों को पूरा करते हैं।
स्वतंत्र फार्मेसी
यह एकदम सामान्य मेडिकल स्टोर या फार्मेसी में से एक है। इस प्रकार के मेडिकल आपको मुख्य रूप से अपने आसपास के इलाकों में नज़ारा आते होंगे।
चेन फ़ार्मेसी / फ़्रैंचाइज़ी मेडिकल
ऐसे मेडिकल जो किसी बड़े नाम के साथ जुड़ कर अपना स्टोर शुरू करते हैं, जैसे अपोलो, एपेक्स आदि। ऐसे मेडिकल कई स्थानों पर मॉल या शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भी मौजूद होते हैं।
टाउनशिप मेडिकल स्टोर
इस प्रकार के मेडिकल एक बस्ती/कस्बे में स्थापित किए जाते हैं। इसका कार्य टाउनशिप के अंदर मौजूद लोगों की स्वास्थ्य या दवाइयों की ज़रूरतों को पूरा करना है।
सरकारी परिसर में मेडिकल शॉप
ऐसे सभी मेडिकल जो सरकारी परिसर या सरकार की मदद से या स्वयं सरकार द्वारा शुरू की गयी है वो सभी मेडिकल इसके अंदर आते हैं।
मेडिकल स्टोर कैसे शुरू करें?
किसी भी बिज़नेस को शुरू करने से पहले कुछ ज़रूरी पहलु होते हैं जो आपको पता होने चाहिए, अगर आप उन बातों या उन महत्वपूर्ण स्टेप्स पर ध्यान नहीं देंगे तो हो सकता है आप कहीं ना कहीं अपने बिज़नेस की सफलता के साथ समझौता करें।
हमने इस लेख में आगे उन सभी विशेष और महत्वपूर्ण बिंदुओं को सविस्तार लिखा है, अंत तक ज़रूर पढ़ें।
लोकेशन
जब भी मेडिकल शॉप शुरू करने का प्लान बनाएं एक बार इसकी लोकेशन के बारे में ज़रूर सोच लें। किसी भी बिज़नेस में लोकेशन का बहुत महत्त्व होता है अगर आपने अपना मेडिकल स्टोर सही लोकेशन में नहीं शुरू किया तो बहुत सम्भावना है की आपका बिज़नेस असफल हो जाए।
लागत
बिज़नेस शुरू करना हो तो लागत की बात सबसे पहले आती है क्योंकि कोई भी बिज़नेस बिना लागत के शुरू नहीं किया जा सकता और ख़ास तौर पर मेडिकल शॉप जहाँ आपको इतना स्टॉक रखना है वो स्वास्थ्य से जुड़े ड्रग्स, दवाइयां, सीरप इत्यादि तो ऐसे में आपको लागत का अनुमान लगाना होगा।
आपको अपना खुद का मेडिकल शुरू करने में लगभग 4 लाख रुपयों की लागत लगेगी। जिसमें आपका स्टॉक, जगह, आदि जैसी सभी खर्च शामिल हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर
इंफ्रास्ट्रक्चर मतलब ढांचा, दुकान कैसी होगी कितनी बड़ी होगी? आपके मेडिकल स्टोर में कैसे फर्नीचर द्वारा सजाई जाएगी? ऐसे सभी सवालों को पहले अपने मन में हल कर लें उसके बाद ही आगे बढ़ें।
अगर आप होलसेल और रिटेल दोनों एक ही स्थान पर शुरू करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 15 स्क्वायर मीटर (लगभग 161 Sq. Ft.) की जगह लेनी होगी और बाकी अन्य सभी मेडिकल के लिए आपको केवल 10 स्क्वायर मीटर (लगभग 107 Sq.Ft.) की जगह की ज़रूरत होगी।
स्टाफ
अगर आप होलसेल मेडिकल या एक बड़ा मेडिकल स्टोर शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कुछ कुशल स्टाफ को काम पर रखना होगा जिन्हें दवाइयों का ज्ञान हो और वो आपका मेडिकल संभाल पाएं।
मेडिकल डिग्री
अगर आप अपनी खुद की मेडिकल शॉप शुरू करना चाहते हैं तो आपको कम से कम B.Pharma या M.Pharma की डिग्री की आवश्यकता होगी जिसके माध्यम से आपको मेडिकल का लाइसेंस मिल सकता है।
रजिस्ट्रेशन
मेडिकल शॉप को शुरू करने के लिए और सफलता से चलाने के लिए आपको कुछ ज़रूरी रजिस्ट्रेशन करवाने होंगे। हमने इस लेख में आगे मेडिकल स्टोर के रजिस्ट्रेशन के बारे में सविस्तार लिखा है ताकि आपको अपना खुद का मेडिकल शुरू करने में और भी आसानी हो।
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मेडिकल शुरू करने के लिए ज़रूरी कोर्स
अगर आप एक मेडिकल शॉप शुरू करना चाहते हैं तो दो तरीके मुख्य होते हैं, एक है किसी ऐसे व्यक्ति को काम पर रखना जिसके पास मेडिकल की कोई डिग्री हो (मतलब उसने मेडिकल कोर्स किया हो) और दूसरा तरीका है खुद कोई मेडिकल का कोर्स करना।
मेडिकल के बहुत से कोर्स होते हैं लेकिन कुछ ही कोर्स मेडिकल शॉप शुरू करने के लिए ज़रूरी होते हैं, मेडिकल स्टोर के उन कोर्स के बारे में हमने आगे सविस्तार लिखा है।
डी.फार्मा | D.Pharma
डी फार्मा एक बहुत ही बेसिक कोर्स है जिसकी डिग्री लेकर आप आसानी से एक मीडियल खोल सकते हैं। यह एक प्रकार का डिप्लोमा कोर्स है जिसे करने में 2 साल का समय लगेगा और इसके बाद आपको 3 महीने की ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी जहाँ मरीज़ ज्यादा हो जैसे सरकारी अस्पताल।
बी.फार्मा | B.Pharma
अगर आपको यह कोर्स करना है तो आपको 11वीं और 12ववीं साइंस से उत्तीर्ण करना होगा तभी आप इस कोर्स के लिए योग्य हैं। यह कोर्स कुल 3 सालों का होता है (ग्रेजुएशन) जहाँ आपको एक महीने किसी फार्मा कंपनी में ट्रेनिंग भी करनी होती है।
एम.फार्मा | M.Pharma
एक बार जब आप बी.फार्मा में पास हो जाते हैं और 50% या उससे ज्यादा प्रतिशत से उत्तीर्ण होते हैं तो आप एम.फार्मा कोर्स के लिए योग्य हैं और यह PG कोर्स करके अपना खुद का मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं।
इसके अलावा डी.फार्मा और फार्मा.डी कोर्स भी होते हैं जो डिप्लोमा इन फार्मेसी और डॉक्टर ऑफ़ फार्मेसी कहलाते हैं। डिप्लोमा इन फार्मेसी 2 साल का कोर्स है जहाँ आपको किसी सरकारी हॉस्पिटल में कुछ महीने की टैनिंग करनी पड़ती है और डॉक्टर ऑफ़ फार्मेसी एक डॉक्ट्रेट स्तर का कोर्स है जो आप बी.फार्मा के बाद कर सकते हो।
मेडिकल शॉप के लिए आवश्यक लाइसेंस
जैसा की हमने आपको ऊपर इस लेख में बताया ही है की आपको मेडिकल शॉप शुरू करने से पहले कुछ रजिस्ट्रेशन करने होंगे, नीचे हमने सभी रजिस्ट्रेशन और मेडिकल स्टोर की प्रक्रिया के बारे में सविस्तार जानकारी लिखी है।
फार्मेसी लाइसेंस
अगर आप मेडिकल शॉप शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको फार्मेसी का लाइसेंस चाहिए होगा। फार्मेसी लाइसेंस पाने के लिए आपको बी. फार्म डिग्री या एम. फार्म डिग्री और एक प्रमाणित फार्मासिस्ट की ज़रूरत होगी। अगर आप केवल एक छोटी सी मेडिकल भी शुरू करना चाहते हैं तब भी आपको इस फार्मेसी लाइसेंस की ज़रूरत होगी।
डिग्री लेने के लिए आपको किसी संस्थान या यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा या कोर्स करना होगा और जब आपका वो कोर्स पूरा हो जाता है उसके बाद आपको फार्मेसी लाइसेंस के लिए ज़रूरी शुल्क का भुगतान करना होगा।
मेडिकल स्टोर बिजनेस का पंजीकरण
भारत में मेडिकल शॉप का पंजीकरण, 1948 के भारतीय फार्मेसी अधिनियम द्वारा शासित है। इस अधिनियम के अनुसार, मेडिकल और फार्मेसियों को राज्य सरकार के साथ पंजीकृत यानि रजिस्टर होना चाहिए और सभी ज़रूरी जानकारी प्रदान करनी चाहिए।
जानकारी देने के बाद, पूरी जानकारी की विस्तार से जांच की जाती है। मेडिकल के पंजीकरण यानि रजिस्ट्रेशन के लिए इसकी संरचना बहुत ज़रूरी है। अगर आप अस्पताल, फ्रैंचाइज़ी और टाउनशिप मेडिकल शुरू करना चाहते हैं तो आपको एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाना ज्यादा उचित होगा, लेकिन अगर आप खुद की एक स्वतंत्र मेडिकल स्टोर शुरू करते हैं तो आपको सोल प्रोपराइटर या पार्टनरशिप में शुरू करना अच्छा निर्णय होगा।
कंपनी पंजीकरण
भारत में कोई भी बिज़नेस शुरू करने के लिए सबसे ज़रूरी सलाह यह दी जाती है की आप अपनी कंपनी को रजिस्टर करवा लें। प्राइवेट लिमिटेड में रजिस्ट्रेशन करवाना एक अच्छा उपाय होता है।
हालाँकि हमने आपके लिए नीचे एक लिस्ट दी है जिसमें आप अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, जैसे –
- स्वामित्व पंजीकरण
- साझेदारी पंजीकरण
- एक व्यक्ति कंपनी पंजीकरण
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
- सीमित देयता भागीदारी (LLP)
दुकान और स्थापना पंजीकरण
सरकार आपको एक दुकान का स्थापना लाइसेंस देती है, जो आपको एक मेडिकल स्टोर बिजनेस करने की अनुमति देता है। बिजनेस लाइसेंस के लिए, आपको अपने शहर या क्षेत्र के नगर निगम को एक आवेदन जमा करना पड़ता है जिसके बाद आपको वहां से बिजनेस करने का लाइसेंस मिलता है। यह लाइसेंस गारंटी देता है कि जिस जगह पर बिजनेस किया जा रहा है उस बिजनेस द्वारा वहां सभी लागू नियमों, विनियमों, मानकों और सुरक्षा आवश्यकताओं का पालन होता है।
जीएसटी पंजीकरण
जीएसटी का मतलब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है, और इस टैक्स को 1 जुलाई, 2017 को भारत सरकार द्वारा लागू किया गया था। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के कुछ स्लैब्स हैं जिस दर पर उन्हें अलग-अलग सामानों पर लगाया जाता है, जैसे -0%, 5%, 12%, 17%, 18% और 28%।
जीएसटी को अन्य अप्रत्यक्ष टैक्स की जगह लागू किया गया था, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को एक नया रूप दिया है। भारत में व्यापार करने वाले सभी बिजनेस के लिए जीएसटी पंजीकरण आवश्यक है (अगर वो बिजनेस का टर्नओवर सालाना 20 लाख से ज्यादा है तो) , चाहे वे सेवाओं की खरीद, बिक्री या वितरण कर रहे हों या किसी सामान की।
ड्रग लाइसेंस के लिए पंजीकरण
चाहे आप छोटा मेडिकल स्टोर शुरू करें या बड़ा, आपको अपना मेडिकल खोलने से पहले केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन और राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन से दवा लाइसेंस लेना ही होगा उसके बाद ही आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। आपको इन एजेंसी से दो प्रकार के लाइसेंस मिल सकते हैं:
रिटेल ड्रग लाइसेंस: एक साधारण केमिस्ट की दुकान शुरू करने और चलाने के लिए, आपको रिटेल ड्रग लाइसेंस की ज़रूरत होगी। इस लाइसेंस के लिए आपको शुल्क का भुगतान करना होगा। एक ज़रूरी नियम इस लाइसेंस का यह है कि अगर आपने किसी यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट से फार्मेसी की डिग्री ली है तभी आपको मेडिकल स्टोर के लिए यह लाइसेंस दिया जाएगा अन्यथा नहीं।
थोक दवा लाइसेंस: फार्मास्यूटिकल्स और दवाओं के थोक बिजनेस करने वालों को यह लाइसेंस दिया जाता है। रिटेल ड्रग लाइसेंस की तुलना में, इस लाइसेंस को प्राप्त करने के लिए ज्यादा नियम नहीं हैं।
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ड्रग लाइसेंस लेने के लिए नियम एवं शर्तें
ड्रग लाइसेंस लेना इतना आसान नहीं है, मेडिकल शॉप शुरू करने से पहले आपको बहुत सी चीज़ें सरकार को दिखानी पड़ती हैं और यह प्रमाण देना होता है कि आप एक मेडिकल स्टोर सही ढंग से शुरू कर लेंगे और आगे भी आम लोगों तक सहीं दवाइयां ही पहुंचाएंगे।
नीचे हमने कुछ बिंदु लिखे हैं जो ड्रग लाइसेंस के लिए अति आवश्यक हैं –
जगह
साधारण रिटेल मेडिकल के लिए आपको बस कम से कम 10 वर्ग मीटर (10 Sq.Ft) और थोक मेडिकल बिजनेस के लिए कम से कम 15 वर्ग मीटर जगह अति आवश्यक है।
स्टोरेज की सुविधा
मेडिकल में एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर जैसी बुनियादी चीज़ें होना चाहिए। यह इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि कुछ दवाओं जैसे टीके, सेरा, इंसुलिन इंजेक्शन आदि को ठंडे स्थान पर रखने की ज़रूरत होती है।
कर्मचारी
किसी भी प्रकार के मेडिकल स्टोर में ऐसे लोगों को रखना अनिवार्य है जिन्हें मेडिकल क्षेत्र का ज्ञान हो।
मालिक की उपस्थिति
अगर आप एक होलसेल मेडिकल शुरू करते हैं तो किसी भी दवा या अन्य चीज़ों की बिक्री के वक़्त आपको अपने स्टोर पर मौजूद होना बहुत ज़रूरी है। अगर आप एक रिटेल मेडिकल शुरू करते हैं तब आप काम के घंटे जैसे 10 से 7 या अन्य मार्केट के समय मौजूद होना आवश्यक है।
मेडिकल शॉप के लाइसेंस के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
जैसा कि हमने ऊपर इस ब्लॉग में आपको सविस्तार बता ही दिया है कि आपको कितने लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की ज़रूरत होती है, लेकिन मेडिकल स्टोर के रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की लम्बी लिस्ट के बाद आपको यह जानना बेहद ज़रूरी है कि इन लाइसेंस को प्राप्त करने के लिए कौन-कौन से डाक्यूमेंट्स की ज़रूरत होगी।
ज़रूरी डाक्यूमेंट्स की लिस्ट :
- आवदेन फॉर्म (जो लाइसेंस के लिए भरा गया हो)
- फार्मेसी की डिग्री यदि हो
- फार्मेसी का प्रमाण पात्र
- आवास प्रमाण
- आधार कार्ड
- जगह का पंजीकरण एवं प्रमाण (अगर जगा खुद की है तो प्रॉपर्टी के कागज़ और किराये की है तो किराया समझौता)
- मेडिकल स्टोर फीस का चालान
- स्टोरेज व् जगह का प्रमाण (फोटो इत्यादि)
हमारे अनुसार ये सारे डाक्यूमेंट्स आपको एक मेडिकल शॉप के लाइसेंस के लिए चाहिए ही होंगे लेकिन यह सभी कागज़ात के साथ हो सकता है अलग-अलग निगम एवं सरकारें कुछ अन्य दस्तावेज़ भी मांगें।
इसके अलावा और भी बहुत सी चीज़ें होती हैं जो आपको एक मेडिकल शुरू करने से पहले और बाद में भी काम आती हैं जैसे आपके स्टोर के मैनेजमेंट के लिए सॉफ्टवेयर या टूल जहाँ आप अपने मेडिकल के स्टाफ से लेकर स्टॉक आदि सबका रिकॉर्ड आसानी से रख सकें। आगे जानिये आपके मेडिकल के लिए कौनसा टूल है सबसे बेस्ट।
Also Read: भारत में 17 बड़े और टॉप होलसेल मार्केट
Lio Premium के महीने के बेस्ट प्लान्स ₹79 से, और सालाना प्लान सिर्फ ₹799 से शुरू है। आपके लिए 7 दिनों का Lio प्रीमियम फ्री ट्रायल भी उपलब्ध है।
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Lio App का फंडा एकदम सरल है, आपका बिज़नेस हो कोई नौकरी हो या कुछ और अगर आप अपने पैसों या अन्य जीवन से जुड़े किसी भी प्रकार का डाटा सुरक्षित रखना चाहते हैं तो Lio App आपके लिए ही बना है।
Lio App, भारत की 10 क्षेत्रीय भाषाओं में आता है जिससे आपका अपनी भाषा में डाटा मैनेजमेंट आसान हो जाता है। साथ ही Lio App में 20 से ज्यादा केटेगरी के 100 से ज्यादा रेडीमेड टेम्पलेट्स हैं जिसमें आप अपने रोज़ के डाटा जैसे रोज़ के खर्च, राशन लिस्ट, इनकम आदि सभी चीज़ें रिकॉर्ड कर सकते हो।
सरल भाषा में कहें तो यह Lio App आपके मेडिकल स्टोर के स्टॉक के लिए और अन्य सभी काम के लिए सर्वश्रेष्ठ और बिलकुल मुफ्त टूल है, Lio App में आपको मेडिकल की एक केटेगरी मिलती है जिसके अंदर स्टॉक रजिस्टर, खर्च रजिस्टर, कैश रजिस्टर, एकाउंट्स रजिस्टर, इनकम रजिस्टर, टाइम ट्रैकर रजिस्टर आदि जैसे कई अन्य रेडीमेड रजिस्टर उपलब्ध हैं जो आपके मेडिकल शॉप का पूरा काम बेहद आसान बनाएंगे।
अगर आपने अब तक Lio App डाउनलोड नहीं किया है तो हमने नीचे स्टेप्स बताये हैं, आज ही डाउनलोड करें।
Step 1: अपनी पसंद की भाषा चुनें जिसमें आप आगे बढ़ना चाहते हैं | Lio Android Mobile Ke Liye
Step 2: Lio में फ़ोन नं. या ईमेल द्वारा आसानी से अपना अकॉउंट बनाएं।
जिसके बाद मोबाइल में OTP आएगा वो डालें और गए बढ़ें।
Step 3: अपने काम के हिसाब से टेम्पलेट चुनें और डाटा जोडें।
Step 4: इन सब के बाद आप चाहें तो अपना डाटा शेयर करें।
अक्सर पूछे जाने प्रश्न (FAQs)
मेडिकल स्टोर लाइसेंस फीस 2022 में कितनी है?
वैसे तो मेडिकल शॉप के लाइसेंस की फीस हर राज्य के हिसाब से अलग अलग है जो कि 1500 से शुरू होती है। यह लाइसेंस फीस औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1945 द्वारा संचालित की जाती है।
बिना डिग्री के मीडियल स्टोर कैसे खोलें?
मेडिकल शुरू करने के लिए डिग्री बहुत ज़रूरी है जैसे B.Pharma और M.Pharma लेकिन अगर आप बिना डिग्री के मेडिकल शुरू करना चाहते हैं तो आप अपने स्टोर में ऐसे किसी आदमी को नियुक्त कर सकते हैं जिसके पास ये डिग्री हो।
मेडिकल खोलने में कितना पैसा लगता है?
मेडिकल शॉप की लागत तो आपके क्षेत्र और जगह पर निर्भर करती है लेकिन हाँ किसी भी मेडिकल शॉप से आपको लगभग 10-25% का मुनाफा ज़रूर हो सकता है।
और अंत में
मेडिकल शॉप शुरू करना एक बेस्ट बिज़नेस आईडिया हो सकता है, इसके कई कारण हैं जैसे इस बिज़नेस को महंगाई से कोई फर्क नहीं पड़ता और यह बिजनेस एक सदाबहार बिज़नेस आईडिया है।
हमने अपनी पूरी रिसर्च करके आपके लिए यह लेख तैयार किया है जहाँ आप मेडिकल स्टोर शुरू करने से जुड़ी सभी जानकारी आसानी से पढ़ सकते हैं। साथ ही आखिर में हमने आपके मेडिकल बिज़नेस के लिए एक फ्री टूल के बारे में भी बताया है जो आपके बिज़नेस में आपकी काफी मदद करेगा।
तो अगर आप अब एक मेडिकल स्टोर शुरू करने का सोच रहे हैं तो इससे अच्छा मौका और इस लेख की जानकारी से बेस्ट जानकारी आपको कहीं और नहीं मिलेगी।
4 Comments
Thankyou apke is blog se mujhe information mil gayi ki medical store ka license kaise milega. Thank you
Bahut acha blog hai. Mujhe ek chiz aur janni hai ki hospital ya doctor ke clinic me agar medical open karna hai toh kaise kare?
Meri ek medical shop start karne ka soch rha hu. Is blog se mujhe kaafi information mil gayi hai bas ab ground me jaake sab start karna hoga. Thank you for the blog.
मेडिकल स्टोर का प्रोपराइटर रहते हुए क्या व्यक्ति डी फार्मेसी का कोर्स रेगुलर कर सकता है, कृपया इस पर भी प्रकाश डालें।