मिठाई की दुकान कैसे शुरू करें?
मिठाई की दुकान कैसे खोलें? क्या प्लान होना चाहिए? लागत कितनी? प्रॉफिट कितना, जानिये पूरी जानकारी।
अपनी खुद की दुकान शुरू करना एक अच्छा बिज़नेस आईडिया है क्योंकि मिठाई हर किसी को पसंद आती है। मिठाई दुकान खोलने का आईडिया मतलब ऐसे बिज़नेस में अपनी धाक जमाना जो ज़माने और समय के साथ बढ़ता ही चला जायेगा।
हालांकि, आपको यह पता होना चाहिए कि यह बिज़नेस एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी बाजार है। जब भी इस बिज़नेस को शुरू करने का सोचें तो एक शानदार बिजनेस प्लान के साथ शुरू करें। इस लेख में आगे जानें की एक सफल मिठाई की दुकान कैसे खोलें और उसे कैसे बढ़ाएं।
मिठाई की दुकान | Mithaai Ki Dukaan
वैसे हमें इसकी परिभाषा बताने की ज़रूरत नहीं है, आप सभी मिठाई दुकान से अच्छे से परिचित होंगे ही। आज के ज़माने में जिस तरह गली-नुक्कड़-सडकों में हर जगह मिठाई की दुकानें दिखाई देती हैं, उससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं की यह कितना फलता-फूलता व्यापार है।
आज के दौर में अमूमन मिठाई दुकान में सिर्फ मिठाई ही नहीं बल्कि नमकीन, नाश्ता जैसे छोले भठूरे, इडली, सांभर, डोसा, पाव, भाजी, लस्सी आदि सब चीज़ें भी मिलती हैं, इसका सीधा मतलब यह हुआ की आप जब की यह सोचें की मिठाई की दुकान कैसे खोलें तो मिठाई के साथ-साथ डेयरी आइटम्स, नमकीन, नाश्ता आदि भी परोसें इससे आपकी मिठाई के स्टोर की ग्राहकी में इज़ाफ़ा होगा जिससे आपके प्रॉफिट में भी बढ़ोत्तरी होगी।
यह सब आपके प्लान पर निर्भर करता है कि आप क्या खाना बनाना और बेचना चाहते हैं। हालांकि शुरुआती दौर में आपको मिठाई को ही अपनी दुकान का हिस्सा बनाना चाहिए, क्योंकि हमारे देश में लोग हर छोटे-बड़े उत्सव में मिठाइयों का ही उपयोग करते हैं।
होली, दिवाली, ईद आदि बड़े -बड़े त्योहारों में मिठाइयों की इतनी मांग होती है कि इस मांग को पूरा करना भी एक चुनौती बन जाता है। जब लोग रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं तो मिठाई लेने का भी रिवाज है, यही कारण है कि आजकल हर छोटे और बड़े स्थानीय बाजार में एक से अधिक मिठाई की दुकान आसानी से देखी जा सकती है।
मिठाई की दुकान चलाने की संभावना | Present And Future Of Sweet Shop
आज के दौर में बहुत से लोग त्योहारों और खुशी के मौकों पर अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और परिवार में मिठाई बांटना पसंद करते हैं। इसके अलावा, जन्मदिन, सालगिरह, शादी आदि जैसे कई उत्सवों पर भी मिठाइयाँ ही बांटी जाती हैं। आजकल छोटी-बड़ी कंपनियां भी कई अवसरों पर अपने कर्मचारियों को गिफ्ट के रूप में मिठाई के डिब्बे देती है।
मिठाई की दुकान की खासियत यह है की चाहे किसी को मिठाई पसंद हो या ना हो लेकिन उत्सवों, अवसरों और ख़ुशी के समय वो मिठाई ज़रूर लेते हैं। जब कोई व्यक्ति अपने परिवार या रिश्तेदारी में कहीं जाता है, तो सबसे पहले वह सोचता है कि उसके लिए कौन सी मिठाई लेनी चाहिए। जैसा की आप जानते हैं की हमारा भारत देश जीवनशैली, भोजन आदि बहुत सी चीज़ों में विविधता से भरपूर है, इसलिए यह ज़रूरी नहीं है कि उत्तर भारत में बिकने वाली मिठाइयाँ दक्षिण भारत या पश्चिम भारत में भी बिके।
हमारे देश में अलग-अलग राज्य के आधार पर अलग-अलग मिठाइयां लोकप्रिय हैं। जैसे बंगाल में बंगाली मिठाई, गुजरात में गुजराती मिठाई, कर्णाटक में कन्नड़ मिठाई आदि। इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की एक सफल मिठाई की दुकान कैसे खोलें तो पहले इन सारे पहलुओं पर विचार कर लें और फिर कोई निर्णय लें।
मिठाई की दुकान कैसे खोलें? | How To Start Sweet Shop Business In India
जैसा की हमने ऊपर बताया कि हर क्षेत्र में मिठाइयां अलग-अलग होती हैं ऐसे में सबसे पहले आप यह तय करें की आप जहाँ रहते हैं और जहाँ मिठाई का स्टोर शुरू करना चाहते हैं वहां कौनसी मिठाई सबसे ज्यादा चलन में है।
चाहे मंदी हो या तेजी मिठाई की दुकान खोलने का आईडिया हमेशा ही सफल और लाभदायक बिज़नेस में से एक है। इसके पीछे एक बड़ा कारण ये है की हमारे भारत देश में इतने त्यौहार, उत्सव और खुशियों के अवसर होते हैं जब बिना मिठाइयों और खाने के वो माहौल अधूरा लगता है।
हमने नीचे मिठाई की दुकान कैसे खोलें इसका पूरा प्लान बताया है, अंत तक ज़रूर पढ़ें।
एक बिज़नेस प्लान बनाना
आप जिस केटेगरी की मिठाई की दुकान खोलना चाहते हैं, उसे चुनें। तय करें कि आप घर में बनी मिठाई बेचना चाहते हैं या किसी अन्य विक्रेता से लेकर बेचना चाहते हैं अपनी मिठाई दुकान पर ही स्टाफ रख कर मिठाई बनवाकर बेचना चाहते हैं।
प्लान का दूसरा हिस्सा यह है कि आप अपनी मिठाई ऑनलाइन बेचना चाहते हैं या नहीं, इस पर निर्णय लें। यह तय करें कि आपकी दुकान में बैठने की जगह होगी या बस पिकअप के लिए खुली होगी।
सबसे पहले आप कितनी बड़ी मिठाई की दुकान खोलना चाहते हैं, इसकी योजना बनाएं। इस बिज़नेस में लागत और समय की ज़रूरत होती है क्योंकि जो मिठाइयां या अन्य सामान आप बेचने वाले हैं वह समय के साथ खराब होता है और जमा करके नहीं रखा जा सकता है।
बुरे दिनों के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए इसलिए रोज़ाना होनी वाली कमाई और बिक्री को भी ध्यान में रखना चाहिए। चूंकि मिठाइयां खराब होने वाली वस्तुएं हैं जिन्हें लंबे समय तक जमा करके सुरक्षित नहीं रखा जा सकता है, इसलिए घाटे और मुनाफे दोनों के लिए आपको हमेशा तैयार रहना होगा।
जगह का चयन
अगर आप अपनी दुकान के लिए सही स्थान चुनते हैं तो सफलता की सम्भावना बहुत हद तक बढ़ जाएगी। जहाँ ज्यादा लोग हो ऐसी जगह दुकान खोलें, भले ही आस-पास प्रतिस्पर्धी हों।
ऐसी जगहों से बचें जहां मिठाई की दुकान के अन्य प्रतियोगियों ने पहले ही अपना ब्रांड बना लिया है। उस क्षेत्र में अपना बिज़नेस तेजी से बढ़ाना मुश्किल होगा। ऐसी जगह खरीदें या किराए पर लें जिसमें स्टोरेज शामिल हो और जो आपके सभी मिठाई बनाने वाले टूल्स को रखने के लिए पर्याप्त हो।
अगर आप अपने मिठाई के स्टोर को ऑनलाइन भी ले जाना चाहते हैं तो वेबसाइट के साथ-साथ सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि में उपस्थिति बनाने पर भी विचार करें।
दुकान की लागत और लाभ
अगर हम लागत की बात करें तो मिठाई की दुकान को शुरू करने के लिए कम से कम 2-4 लाख रुपयों की ज़रूरत होती है, इसमें आपकी जगह का किराया, कच्चा सामान, स्टाफ, दुकान के लिए ज़रूरी उपकरण, दुकान की सजावट आदि सब के खर्चे सम्मिलित हैं।
रही बात दुकान से लाभ की तो आपको शुरुआती महीनों में लगभग 30% से ज्यादा की कमाई हो सकती है जो बढ़कर 70 हज़ार से 1 लाख रूपए भी हो सकती है।
मिठाई के बिज़नेस के लिए पैसे प्राप्त करना सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है, साथ ही सबसे कठिन कार्यों में से एक है। आप मदद के लिए निजी उधारदाताओं की ओर भी रुख कर सकते हैं। उन लोगों की तलाश करें जिनकी निश्चित ब्याज दर नहीं है।
फ्रेंचाइजी या खुद का ब्रांड?
पहले से जाना-माना ब्रांड या मिठाई की दुकान फ्रैंचाइज़ी के साथ साझेदारी करना, जिसने अधिकांश जमीनी काम किया है, एक शानदार आईडिया हो सकता है। जैसे ही आप अपनी मिठाई दुकान खोलते हैं, आपको एक लाभदायक बिज़नेस प्राप्त करने के लिए भारत में सबसे अधिक रिवेन्यू उत्पन्न करने वाली मिठाई की फ्रैंचाइज़ी का इंतज़ार करना चाहिए।
विज्ञापन, ब्रांड प्रचार और मार्केटिंग पर पैसा बचाना एक और प्लस पॉइंट माना जा सकता है। आपको व्यंजनों को बनाए रखने के लिए ट्रेनिंग और बिज़नेस प्लान, और फ्रैंचाइज़ी के विशेषज्ञों से और भी बहुत कुछ प्राप्त होगा जो आप प्राप्त करेंगे।
बस यह ध्यान रखें कि एक अच्छी तरह से स्थापित फ्रैंचाइज़ी के साथ साझेदारी करने से पहले रॉयल्टी शुल्क और सेटअप लागत शुल्क के बारे में जान लें और उसके बाद सबसे अच्छा फ़्रैंचाइज़ी सॉफ़्टवेयर आम तौर पर उस फ़्रैंचाइज़ी के साथ आता है जिसे आप खरीदेंगे। यह आपको रॉयल्टी शुल्क और कुछ अन्य आवर्ती खर्चों का प्रबंधन करने में मदद करेगा।
लाइसेंस और अनुमतियां
किसी भी सरकारी व्यवधान से बचने के लिए सभी आवश्यक अनुमतियों और लाइसेंसों को लेना बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी खाद्य-संबंधी बिज़नेस को खोलने के लिए, आपको मिठाई की दुकान संचालित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कई सरकारी अनुमतियाँ प्राप्त करनी होंगी और कई निरीक्षणों को पास करना होगा।
मिठाई का बिज़नेस शुरू करने के लिए, आपको लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होगी, जैसे कि FSSAI लाइसेंस, जीएसटी पंजीकरण, अग्नि लाइसेंस, और स्थानीय नगर निगम से स्वास्थ्य लाइसेंस, आदि। यदि स्थान किराए पर लिया गया है, तो आपको इसकी आवश्यकता होगी इसे व्यावसायिक रूप से उपयोग करने के लिए मकान मालिक से अनुमति प्राप्त करें।
उपकरण प्राप्त करना
मिठाई की दुकान के उपकरण की सूची बनाएं जिसकी आपको आवश्यकता होगी कि आप किस प्रकार की मिठाई बेच रहे हैं। ध्यान रखें कि यह वह जगह नहीं है जहां आप अपने पैसों को बचाएँ। रेफ्रिजरेटर से लेकर बेसिक मिक्सर ग्राइंडर तक सब कुछ मायने रखता है।
साथ ही आपको कोई ऐसा सॉफ्टवेयर भी चाहिए होगा जिसमें आप अपनी मिठाई की दुकान के एकाउंट्स, आर्डर, बिक्री, कमाई, खर्च आदि सभी चीज़ों का रिकॉर्ड रख सकें। इससे आप अपनी दुकान को सही ढंग से बिना किसी परेशानी के चला पाएंगे।
मेन्यू तय करना
जब आपने यह तय कर लिया है की आप एक मिठाई की दुकान शुरू करेंगे तो उसके बाद आप अपने अपनी दुकान का मेन्यू में चुनें, और यह सुनिश्चित करें कि मेन्यू के सभी आइटम हमेशा उपलब्ध हैं और आप अपने ग्राहकों को वह प्रदान करते हैं जो वे चाहते हैं।
यदि आप ग्राहकों को निराश करते हैं तो उन्हें लंबे समय तक बनाए रखना कठिन है। एक बुनियादी मेन्यू चुनें जो सुधार के लिए जगह छोड़ते हुए अधिक ग्राहकों को आकर्षित करेगा।
कार्यबल का चयन
आर आपने बिज़नेस प्लान, लोकेशन और मेन्यू आदि सब तय कर लिया है तो इसके बाद बारी आती है आपकी मिठाई की दुकान में काम करने वाले लोगों की, कारीगरों की।
सबसे आपको एक ऐसा सधा हुआ हलवाई चाहिए होगा जिसे मिठाइयों का गहरा अनुभव हो, यह हलवाई आपकी दुकान के सभी छोटे-बड़े स्टाफ का काम भी देखेगा और अपनी विशेषज्ञता अनुसार मिठाइयां भी बना देगा। इसके बाद आप चाहें तो कुछ रसोइये और मिठाई बनाने वाले रख लें जिन्हें आपका मुख्य हलवाई देखेगा और गाइड करेगा।
बस ये ध्यान रखना की किसी भी समय कभी भी मिठाई या किसी अन्य खाने के सामान की क्वालिटी और स्वाद से कोई भी समझौता ना हो।
मिठाई का बॉक्स
मिठाई की दुकान में मिठाई का बॉक्स बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि जो दिखता है वही बिकता है। अगर आप अपने ग्राहकों को मिठाइयां ऐसे बॉक्स या पैकेट में देते हैं जो वे संभल कर रख सकें और जो दिखने में भी सुन्दर हो तो बस आपका 30% काम बन गया।
सबसे पहले यह तय करें की कितने किलो वाले डब्बे रखने हैं, जैसे 1 किलो का, 2 किलो का, 500 ग्राम का, 1 पाँव का, ऐसे अलग-अलग वजन की मिठाइयों के अनुसार मिठाइयों के डब्बे भी होने चाहिए। क्योंकि, भारत में मिठाइयों की पैकेजिंग बहुत ज्यादा मायने रखती है, लोग घर ले जाकर उन डब्बों को फेंकते नहीं हैं बल्कि उन्हें बहुत समय तक अपनी रसोई/किचन में उपयोग करते हैं।
मार्केटिंग और प्रचार
जैसा की हम ऊपर इस लेख में बता चुके हैं कि अगर आप अपनी मिठाई की दुकान का प्रचार और मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आज की परिस्थितियों के अनुसार वेबसाइट बना लें और सोशल मीडिया में उपस्थिति दर्ज कर लें।
दूसरा मार्केटिंग करना का तरीका यह हो सकता है की आप अपनी दुकान के एरिया में आसपास प्रचार करें और दुकान में आ रहे ग्राहकों को डिस्काउंट, छूट, या कोई चीज़ फ्री में ज़रूर दें। यह मार्केटिंग की तकनीक बहुत कारगर साबित हो सकती है।
Lio Premium के महीने के बेस्ट प्लान्स ₹79 से, और सालाना प्लान सिर्फ ₹799 से शुरू है। आपके लिए 7 दिनों का Lio प्रीमियम फ्री ट्रायल भी उपलब्ध है।
मिठाई की दुकान में Lio App कैसे मदद कर सकता है?
अगर आप ये सोच रहे हैं की मिठाई की दुकान शुरू कर लेंगे और मुनाफा कामना शुरू हो जाएगा तो आप गलत सोच रहे हैं। दुकान खोलने और मुनाफा कमाने के बीच बहुत सी ऐसी चीज़ें आती हैं जिन्हें आपको स्मार्ट तरीके से पार करना होगा।
उन्हीं में से एक है डाटा, मिठाई का बिज़नेस चलाते समय आपके पास रोज़ाना इतना डाटा होगा की आप उन्हें रिकॉर्ड करते करते थक जाएंगे, जैसे आर्डर का डाटा, इनकम का डाटा, स्टॉक का डाटा, खर्चों का डाटा, पेट्रोल-डीजल का डाटा इत्यादि इत्यादि।
ऐसे में Lio App आपकी पूरी तरह से मदद करेगा, Lio App एक डाटा मैनेजमेंट App है जिसकी 20 से ज्यादा केटेगरी और 60 से ज्यादा रेडीमेड टेम्पलेट्स आपके पर्सनल और प्रोफेशन/बिज़नेस के डाटा को सुरक्षित रखने का काम करते हैं। आप अपनी दुकान के खर्चों से लेकर स्टॉक, स्टाफ का टाइम मैनेजमेंट, सैलरी शीट, अटेंडेंस शीट, इनकम का रिकॉर्ड, रोज़ की बिक्री और कमाई का रिकॉर्ड आदि यह सब Lio App की रेडीमेड टेम्पलेट्स में आसानी से रिकॉर्ड कर सकते हो।
Lio App में कुल 10 भाषाएं हैं जैसे इंग्लिश, हिंदी, गुजराती, मराठी आदि जो आपका अपनी भाषा में डाटा रिकॉर्ड करना आसान बनाती हैं। Lio App की सबसे बड़ी खासियत ये भी है की इसमें आपका पूरा डाटा क्लाउड स्टोरेज में सेव होता है जिससे आपके मोबाइल में पर्याप्त स्पेस रहेगी।
अगर आपको अपनी मिठाई की दुकान का आईडिया आगे बढ़ाना है तो नीचे लिखे गए Lio App के स्टेप्स ध्यान से पढ़िए।
Step 1: अपनी पसंद की भाषा चुनें जिसमें आप आगे बढ़ना चाहते हैं | Lio Android Mobile Ke Liye
Step 2: Lio में फ़ोन नं. या ईमेल द्वारा आसानी से अपना अकॉउंट बनाएं।
जिसके बाद मोबाइल में OTP आएगा वो डालें और गए बढ़ें।
Step 3: अपने काम के हिसाब से टेम्पलेट चुनें और डाटा जोडें।
Step 4: इन सब के बाद आप चाहें तो अपना डाटा शेयर करें।
और अंत में
आपने इस लेख में पढ़ा की मिठाई की दुकान कैसे खोलें अब शायद आपको मिठाई के बिज़नेस को शुरू करने का पूरा आईडिया समझ आ गया होगा। हमारी राय यही रहेगी की आप इस मामले में जल्दबाज़ी ना करें पहले सारी चीज़ें जान लें समझ लें और फिर अपने महत्वपूर्ण पैसों को कहीं पे भी लगाएं।
3 Comments
Kam se kam nahi mithai ki dukan me exact kitna lag jaega aur iski marketing kaise kare?
Sweet shop ki sabse achi guide hai. Best blog
Thankyou so much itni saari information dene ke liye. Best blog hai isse related.