मेरी फसल मेरा ब्यौरा रजिस्ट्रेशन, अंतिम तिथि और सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पढ़ें 
आखिर क्या है मेरी फसल मेरा ब्यौरा और कैसे इससे किसान भाई-बहनों को हरियाणा सरकार लाभ देगी।
भारत मुख्यतः एक कृषि प्रधान राष्ट्र है। भारत के विभिन्न राज्य अलग-अलग फसलों के लिए जाने जाते हैं जिनका उपयोग हम सभी भारतीय नागरिक करते हैं और साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उन फसलों को निर्यात करते हैं।
जब फसलें इतनी महत्वपूर्ण है तो ऐसे में यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हो जाता है कि हमारे अपने अन्नदाताओं को बराबरी का सम्मान मिले और उनके साथ सर्वश्रेष्ठ व्यवहार किया जाए और उन्हें फसलों के लिए पर्याप्त समर्थन दिया जाए जो वो हर दिन हमें भोजन के रूप में परोसते हैं।
विभिन्न राज्य सरकारें इस मामले में अपने-अपने हिसाब से जिम्मेदारियां लेती हैं। ऐसा ही एक उदाहरण हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना है।
मेरी फसल मेरा ब्योरा योजना का ऑनलाइन पोर्टल, हरियाणा सरकार द्वारा एक ही जगह पर अपने राज्य के किसानों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है। अब राज्य के कोई भी किसान भाई-बहन हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग किसान पोर्टल में पंजीकरण करके आसानी से कर सकते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने राज्य के किसानों को सहयोग और समर्थन देने के लिए इस पोर्टल की शुरुआत की है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य उस प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है जिसका पालन किसान अपनी फसल को बाजार में देखने और उससे कमाई करने के लिए करते हैं।
इस लेख में, हम मेरी फसल मेरा ब्योरा को विस्तार से देखते हैं।
क्या है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल?
हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने इस पोर्टल का शुभारम्भ 2019 में किया था। नागरिकों को सारी जानकारी ठीक से समझ आये इसलिए वेबसाइट पोर्टल हिंदी भाषा में है।
पोर्टल को इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे किसानों की विभिन्न जरूरतें जैसे फसल बीमा या प्राकृतिक आपदाओं के मामले में पूरी हो जाए और मुआवजे के लिए विभिन्न कार्यालयों के धक्के ना खाने पड़े।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना से पहले, किसानों को बिचौलियों द्वारा परेशान किया जाता था तब किसानों को विभिन्न कार्यालयों का दौरा करना पड़ता था ताकि वे फसल उगाने के लिए आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकें। इस पोर्टल की मदद से किसान आवश्यकताओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और उन्हें हर चीज़ के लिए खुद कार्यालयों में जाने की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
किसानों को अपनी फसल उगाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा, जिसमें सारी जानकारी प्रदान करने पर, किसान का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और वह सभी सुविधाएं प्राप्त करेगा जो हरियाणा सरकार राज्य के पात्र किसानों को प्रदान कर रही है।
आगे पढ़िए मेरी फसल मेरा ब्यौरा योजना के लाभ क्या हैं और किसान भाई-बहन उससे कैसे लाभान्वित होंगे।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा के लाभ
जैसा की हमने इस पोर्टल की जानकारी ऊपर लिखी है लेकिन अब बारी है की किसानों को इस पोर्टल से फायदे क्या हैं?
मेरी फसल मेरा ब्योरा के सभी फायदों को हमने नीचे सूचीबद्ध किया है:
- किसानों और फसल का रजिस्ट्रेशन और खेत की पूरी जानकारी ऑनलाइन दर्ज होगी।
- इस पोर्टल के द्वारा अब एक ही जगह पर किसानों के लिए सभी सरकारी सुविधाएं उपलब्ध होगी और किसानों की समस्याएं भी दूर होगी।
- फसल की बुवाई एवं बाजार से जुड़ी जानकारी देना।
- कृषि जानकारियां समय-समय पर इस मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में मिलेगी।
- भोजन, बीज, ऋण और कृषि उपकरण की सब्सिडी उचित समय पर मिलेगी।
- प्राकृतिक आपदाओं में उचित सहायता मिलेगी।
मेरी फसल मेरा ब्यौरा के उद्देश्य
यह पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्योरा राज्य में किसानों के भले और उन्हें बेहतर आर्थिक सहायता के लिए बना है। इस आधिकारिक पोर्टल के होमपेज पर लिखे कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्यों को हमने नीचे लिखा है।
- फसलों और किसानों के पंजीकरण को आसान करना।
- पंजीकृत फसलों और खेत की एक ही स्थान पर सही जानकारी।
- इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को उनकी समस्याओं का आसानी से समाधान देना।
- किसानों को नवीनतम घटनाओं से अपडेट रखना एवं कृषि संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाना।
- मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल एक पहल है जिससे किसानों को उनकी फसलों के लिए समय पर सब्सिडी और ऋण मिले।
- इस पोर्टल के द्वारा बाजार में फसलों को बेचने व् विशेष फसल की खेती के समय के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
- प्राकृतिक आपदाओं के समय किसानों और फसलों को हुए नुकसान के लिए सही आर्थिक सहायता प्रदान करना।
इस पोर्टल के उद्देश्य एकदम सीधे हैं, हर हाल में किसानों का भला। इसलिए यह पोर्टल एक मज़बूत स्तम्भ है जो हरियाणा के सभी किसान भाइयों की समस्याओं को हल करने के साथ ही अत्यंत सहायक है।
इस पोर्टल में रजिस्ट्रेशन के लिए पात्रता
अगर आप एक किसान हैं और आपने अभी तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में अपना नाम दर्ज़ नहीं किया है तो नीचे पहले यह जान लें की आप इसके पात्र हैं या नहीं। इस मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के तहत पंजीकरण करने के लिए पात्रता मानदंड हमने नीचे लिखे हैं:
- हरियाणा राज्य के सभी किसान-लाभार्थी इस पोर्टल में पंजीकरण के पात्र हैं।
- इस पोर्टल में पंजीकरण के लिए किसान की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ज़मींदार, पट्टेदार या किराएदार समेत कोई भी किसान इस पोर्टल में पंजीकरण करा सकते हैं।
पंजीकरण के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
अगर आपने अब तक इस पोर्टल में अपना नाम पंजीकृत नहीं करवाया है और करवाना चाहते हैं तो आपको कुछ कागज़ इस पोर्टल पर जमा करवाने होंगे, इसलिए जब भी पंजीकरण करवाएं नीचे लिखे सभी दस्तावेज़ों को अपने साथ ही रखें।
- मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सबसे पहले पहचान का प्रमाण जैसे लाइसेंस या आधार, वोटर, या पैन कार्ड
- निवास प्रमाण जैसे बिजली बिल, संपत्ति बिल या कुछ और
- बैंक अकाउंट का विवरण
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- ज़मीन का प्रमाण ( किला नंबर, खतौनी, या खसरा)
इन दस्तावेज़ों से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में आप आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं।
कैसे करें इस पोर्टल में पंजीकरण
अगर आप एक साधारण से व्यक्ति हैं जिन्हें इंटरनेट या ऑनलाइन काम काज में थोड़ी दिक्कत होती है तो हमारे इस लेख में आगे पढ़ें हमने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को एकदम सरल भाषा में नीचे लिखा है।
कुछ ही स्टेप्स का पालन करके आप इस पोर्टल मेरी फसल मेरा ब्यौरा में आसानी से अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।
Step 1 – पोर्टल पर जाएं
सर्वप्रथम आपको इस पोर्टल के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जो कुछ इस तरह दिखेगी।
Step 2 – लॉगिन करें
आधिकारिक वेबसाइट में सामने ही आपको दो विकल्प नज़र आएंगे – किसान लॉगिन और अन्य लॉगिन जिसमें से आपको किसान लॉगिन की बटन दबाकर आगे बढ़ना है।
Step 3 – पंजीकरण करें
जैसे ही आप किसान लॉगिन में बढ़ेंगे, एक नया पेज खुलेगा जिसमें आपको किसान पंजीकरण में क्लिक करना है
Step 4- फॉर्म भरें
जिसके बाद आपको किसान लॉगिन फॉर्म मिलेगा जिसमें आपको अपना नंबर दर्ज करना होगा
Step 5 – OTP डालें
जिसके बाद मोबाइल पर आए OTP संख्या को दर्ज करके आपको अगर बढ़ना है।
Step 6 – आधार नंबर डालें
उसके तुरंत बाद आपको या तो अपने परिवार का या खुद का आधार कार्ड नंबर देना होगा।
Step 7 – फॉर्म भरें
उसके बाद एक-एक करके आप अपना फॉर्म भरें।
Step 8 – जानकारी भरें
जिसके बाद ज़मीन से जुड़ी सारी जानकारी का विवरण दर्ज कराएं।
Step 9 – बैंक और मंडी का विवरण डालें
फिर बैंक का और उसके बाद मंडी का सारा विवरण दर्ज करें
Step 10 – सबमिट कर दें
जिसके बाद आपके पास इस पोर्टल का यूजरनाम और पासवर्ड आ जाएगा, उसे लिख लें और आगे सबमिट की बटन दबा दें।
इस तरह से हरियाणा के किसानों का पंजीकरण सफलता से हो जाएगा। अब मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल की एक और खासियत है कि इसमें पड़ोसी राज्य वाले किसान भी अपना नाम दर्ज कर सकते हैं।
अगर अभी भी आपको नहीं समझ आया हो तोह आप आसानी से नीचे दिए वीडियो को देख कर पंजीकरण की प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
पड़ोसी राज्य के किसानों का पंजीकरण
हरियाणा राज्य की सरकार ने ना सिर्फ हरियाणा के लिए बल्कि आस पास के राज्यों के किसानों के लिए भी इस पोर्टल की सेवाओं को खुला रखा है, लेकिन पड़ोसी राज्य के किसान सिर्फ गेहूं की फसल का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं अन्य किसी फसल का नहीं।
नीचे पंजीकरण के स्टेप्स पढ़ें –
Step 1 – इस पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
Step 2 – जिसके बाद फार्मर कार्नर पर जाकर पड़ोसी राज्य के किसान के पंजीकरण में जाएं
Step 3 – जहाँ अपनी जरूरत अनुसार विकल्प चुनें और पंजीकरण की प्रक्रिया में आगे बढ़ें।
इस तरह अगर आप हरियाणा के पड़ोसी राज्य के किसान हैं और आपको ऊनी गेहूं की फसल का ब्यौरा इस पोर्टल में जमा करके सुविधाएं लेनी हैं तो आप ऐसे पंजीकरण करवाएं।
कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा पंजीकरण
जैसा कि आप सभी ये जानते ही होंगे कि अगर आप किसी सरकारी योजना में आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खुद का नाम दर्ज नहीं करवा सकते हैं तो ऐसे में आप कॉमन सर्विस सेंटर में ऊपर दिए हुए सभी दस्तावेजों के साथ पंजीकरण करवाने जा सकते हैं।
यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि कॉमन सर्विस सेंटर से आपका पंजीकरण निशुल्क होगा और आपको एक रॉइड भी मिलेगी जिसे आपको संभाल कर रखना होगा।
Lio Premium के महीने के बेस्ट प्लान्स ₹79 से, और सालाना प्लान सिर्फ ₹799 से शुरू है। आपके लिए 7 दिनों का Lio प्रीमियम फ्री ट्रायल भी उपलब्ध है।
Lio App कैसे मदद कर सकता है?
Lio App आपके कृषि और खेत-खलिहान से संबंधित डाटा को बेहतर रूप से व्यवस्थित करने के लिए एक सहायक ऐप है। आप अगर एक काश्तकार हैं या ज़मींदार हैं तो आप Lio App की मदद से आप आसानी से अपने सारे कृषि और खेती सम्बंधित डाटा व्यवस्थित रख सकते हैं।
यह एक मोबाइल एकीकृत ऐप है जो आपके रोज़मर्रा के ज़रूरी और आवश्यक दस्तावेजों व डाटा को आसानी से रिकॉर्ड करने और उन्हें मैनेज करने में आपकी मदद करता है।
Lio App में आपको 20 से ज्यादा केटेगरी की 100 से ज्यादा रेडीमेड टेम्पलेट्स मिलती हैं जो आपको कहीं और मिल ही नहीं सकती, साथ ही यह ऐप 10 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है तो आप अपनी भाषा में आसानी से अपने डाटा इसमें रिकॉर्ड कर सकते हैं और और अपनी ज़िन्दगी के सारे डाटा आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
Lio app आपको प्रत्येक डाटा के लिए डाटाशीट और टेम्पलेट प्रदान करता है। यह एक सुरक्षित ऐप है जो आपके डाटा को रिकॉर्ड करता है और आपके कृषि व्यवस्था को प्रबंधित करने में मदद करता है।
अगर आपने अभी तक आपने Lio App डाउनलोड नहीं किया है तो हमने नीचे बताया है कि आप इस ऐप से कैसे शुरुआत कर सकते हैं।
Step 1: उस भाषा का चयन करें जिस पर आप काम करना चाहते हैं। Android के लिए Lio
Step 2: Lio में फ़ोन नं. या ईमेल द्वारा आसानी से अपना अकॉउंट बनाएं।
जिसके बाद मोबाइल में OTP आएगा वो डालें और गए बढ़ें।
Step 3: अपने काम के हिसाब से टेम्पलेट चुनें और डाटा जोडें।
Step 4: इन सब के बाद आप चाहें तो अपना डाटा शेयर करें।
और अंत में
आपको मेरी फसल मेरा ब्यौरा इस योजना के बारे में रजिस्ट्रेशन से लेकर सारी जानकारी हमने ऊपर इस लेख में दे दी है अब आप आसानी से इस पोर्टल की वेबसाइट में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और पहले से भी ज्यादा सुविधाजनक रूप से सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
अगर आपको अभी भी इस योजना से जुड़े कोई सवाल पूछने हैं या इस ब्लॉग का फीडबैक देना है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में हमें बता सकते हैं।